धर्मं :-
भक्ति, सेवा ,प्रेम , आचरण की पवित्रता , परोपकार , त्याग ,संतोष व् सच्चाई धर्म के आधारभूत तत्त्व हैं ।
घर :-
घर कितनी कोमल , पवित्र , मनोहर स्मृतियों को जाग्रत कर देता है । यह प्रेम का निवास स्थान है । प्रेम ने बहुत तपस्या करके यह वरदान पाया है.---मुंशी प्रेमचंद
मंगलवार, 22 दिसंबर 2009
संगीत
सोमवार, 21 दिसंबर 2009
संगीत
संगीत :-
संगीत तनावमुक्त जीने की कला संगीत से आती है । संगीत से प्यार बढ़ता है ,दूरियां समाप्त होती हैं । हर क्षण उत्सव नज़र आता है । जिन्दगी में तनाव , चिंताएं , मुश्किलें सभी हैं, मगर संगीतमय होने से इन सब का समाधान निकल आएगा । जैसे सुर और ताल का संबध है उसी प्रकार संगीत और प्रेम का संबध है। यह सभी धर्मों , वर्णों को जोढ़ता है और मनुष्य को प्रकृति व् ईश्वर के करीब ले जाता है।
बुधवार, 16 दिसंबर 2009
सदस्यता लें
संदेश (Atom)