शनिवार, 7 मई 2011

शनिवार, 19 फ़रवरी 2011

BE HAPPY............




Luminous environment brings hope..Every day is a celebration for us. Forget sorrows of life and be happy.

प्रकाशयुक्त वातावरण आशा लाता है .. हर दिन हमारे लिए एक उत्सव है. जीवन के दुखों को भूल जाओ और खुश रहो.

बुधवार, 2 फ़रवरी 2011

वेदना



दिनांक २.२.२०११

दोपहर खाने के बाद एक सहेली से बतियाते अचानक हम दोनों की आँखों से आंसू बहने लगे अपने -अपने पिता जी को स्मरण करके । कितनी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि हम बेटिओं को पिता जीके साथ अल्पकाल के लिए ही रहना होता है। " मायके में जब हमजायेंगे तो पिता जी वहां नहीं होंगे " इस सत्य पर विश्वास करना असंभव होता है । हर बार मन कहता है कि पिताजी अभी हमारे बीच ही हैं, जरूर मिलेंगे हम उनसे । और यही आशा वेदना बन जाती है मायके जाकर ....,.