कल सोनी टी वी चैनल पर, के. बी. सी. के मंच से नोबेल पुरुस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी ने बच्चों के साथ किये जा रहे यौन -शोषण के विषय मेँ जैसी जानकारी दी, वह हम सभी भारतवासियों के लिए बड़े शर्म की बात है , व चिंता का विषय है।
आज भारत जैसे पुरुष-प्रधान देश में हर फिल्म, टी वी सीरियल में नारी को अपमानित करते हुए दिखाया जाता है, जिसे समाज का हर व्यक्ति देखता है। अभी हाल ही में मैंने समाचारपत्र में पढ़ा कि एक पति ने एक फिल्म को बार बार देख कर उससे प्रेरित हो कर पत्नी की हत्या की. क्या कभी हम ने सोचा है की जिस दृश्य या घटना को हम बार बार देखते हैं उस का हमारे मन-मस्ष्तिक पर दुष्प्रभाव पड़ता है. यही कारण है कि आज विश्व-भर में बड़ी संख्या में मनोरोगी हैं। यही आज के मनोरोगी अपराधी के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं। ऐसी कर धर्म संकट मेँ है।
आज भारत जैसे पुरुष-प्रधान देश में हर फिल्म, टी वी सीरियल में नारी को अपमानित करते हुए दिखाया जाता है, जिसे समाज का हर व्यक्ति देखता है। अभी हाल ही में मैंने समाचारपत्र में पढ़ा कि एक पति ने एक फिल्म को बार बार देख कर उससे प्रेरित हो कर पत्नी की हत्या की. क्या कभी हम ने सोचा है की जिस दृश्य या घटना को हम बार बार देखते हैं उस का हमारे मन-मस्ष्तिक पर दुष्प्रभाव पड़ता है. यही कारण है कि आज विश्व-भर में बड़ी संख्या में मनोरोगी हैं। यही आज के मनोरोगी अपराधी के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं। ऐसी कर धर्म संकट मेँ है।